Haryana News: अब बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट बनवाना हो गया आसान, स्वास्थ्य केंद्रों में शुरू हुई सुविधा

Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में स्वास्थ्य विभाग ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है, जो नवजात शिशुओं के माता-पिता के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। अब रेवाड़ी के सरकारी और निजी अस्पतालों में बच्चे के जन्म के 24 घंटे के भीतर ही जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा मंगलवार, 27 मई 2025 से शुरू हो चुकी है, और इसे लागू करने वाला रेवाड़ी हरियाणा का पहला जिला बन गया है। इस पहल का उद्देश्य माता-पिता को जन्म प्रमाण पत्र के लिए लंबी प्रक्रिया और दफ्तरों के चक्कर से बचाना है।

कैसे काम करेगी यह व्यवस्था?

स्वास्थ्य विभाग ने इस सुविधा को सुचारू करने के लिए अस्पतालों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जन्म के बाद अस्पताल प्रशासन बच्चे का विवरण जैसे नाम, माता-पिता का नाम, जन्म तिथि और समय आदि को ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करेगा। इसके बाद, सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा तुरंत प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल है, जिससे कागजी कार्रवाई में समय और मेहनत दोनों की बचत होगी। माता-पिता को अस्पताल से ही डिजिटल या प्रिंटेड प्रमाण पत्र मिल जाएगा।

क्यों है यह सुविधा खास?

पहले जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 21 दिन तक का इंतजार करना पड़ता था, और कई बार दस्तावेजों की कमी या अन्य तकनीकी कारणों से यह प्रक्रिया और लंबी हो जाती थी। इस नई व्यवस्था से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि नवजात के दस्तावेजीकरण में भी तेजी आएगी। यह प्रमाण पत्र बच्चे के भविष्य में स्कूल दाखिले, आधार कार्ड, और अन्य सरकारी योजनाओं के लिए जरूरी होता है। रेवाड़ी के सिविल सर्जन डॉ. सूरजभान ने बताया कि यह सुविधा शुरू में सरकारी अस्पतालों में लागू की गई है, और जल्द ही सभी निजी अस्पतालों को भी इससे जोड़ा जाएगा।

लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने इस पहल की जमकर सराहना की है। रेवाड़ी के एक नवजात के पिता, अजय कुमार ने कहा, “पहले हमें कई बार दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब यह सुविधा हमें बहुत राहत देगी।” महिलाओं और नवजात माताओं के लिए यह सुविधा विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि उन्हें प्रसव के बाद तुरंत इस तरह की प्रक्रियाओं में उलझना नहीं पड़ेगा।

हरियाणा सरकार का विजन

यह पहल हरियाणा सरकार की डिजिटल इंडिया और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ जैसे अभियानों का हिस्सा है। सरकार का लक्ष्य प्रशासनिक सेवाओं को तेज, पारदर्शी और जन-केंद्रित बनाना है। रेवाड़ी में इस सुविधा की सफलता के बाद इसे पूरे हरियाणा में लागू करने की योजना है।

आगे की राह

स्वास्थ्य विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस प्रक्रिया में कोई तकनीकी खामी न आए। इसके लिए अस्पताल कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही, एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिसके जरिए लोग अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। यह कदम न केवल रेवाड़ी के लोगों के लिए बल्कि पूरे हरियाणा के लिए एक मिसाल बन सकता है।

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